Mahatma Gandhi Books in Hindi : भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जिन्होंने आजादी के लिए सर्वस्व निछावर कर दिया था। वे एक स्वतंत्रता सेनानी के साथ एक अच्छे लेखक भी थे। उन्होंने अपने जीवनकाल में बहुत -सी किताबों के साथ ही पत्र-पत्रिकाओं में लेख भी लिखे। महात्मा गांधी द्वारा निकाली गई हिरजन साप्ताहिक पत्रिका बहुत प्रसिद्ध थी। इसके साथ ही उन्होंने बहुत सी किताबों भी लिखीं। इस ब्लॉग में जानते हैं उनकी कुछ किताबों के बारे में…
Mahatma Gandhi Books in Hindi : महात्मा गांधी द्वारा लिखित पुस्तकें
गांधी जी ने अपने विचारों और अनुभवों को किताबों और लेखों (Mahatma Gandhi Books in Hindi) के माध्यम से साझा किया। उनकी प्रमुख रचनाएँ हिंदी में भी उपलब्ध हैं, जैसे:
सत्य के साथ मेरे प्रयोग
महात्मा गांधी द्वारा लिखी गई इस किताब में उन्होंने अपने जीवन के अनुभवों और अहिंसा के सिद्धांतों को प्रस्तुत किया। यह महात्मा गांधी की आत्मकथा है। इसमें उनके बचपन से लेकर वर्ष 1921 तक की घटनाओं को शामिल किया गया है।
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हिंद स्वराज
हिंद स्वराज किताब में महात्मा गांधी ने अपने राजनीतिक विचारों और भारत की स्वतंत्रता के लिए आवश्यक उपायों का उल्लेख किया है। इस किताब को महात्मा गांधी ने वर्ष 1909 में अपनी इंग्लैंड से दक्षिण अफ्रीका की लगभग 10 दिन की यात्रा के दौरान लिखा था। इस किताब में लगभग तीस हजार शब्द हैं।
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इन पुस्तकों के अतिरिक्त भी महात्मा गांधी ने कई अन्य पुस्तकों को लिखा (Mahatma Gandhi Books in Hindi) है जो देश के नागरिकों के लिए आज भी एक प्रेरणा और देश सेवा से जुड़े कर्तव्यों के लिए प्रमुख हैं.
इनमें कुछ प्रमुख पुस्तकें दक्षिण अफ्रीका में सत्याग्रह, मेरे सपनों का भारत एवं ग्राम स्वराज हैं।
FAQs
महात्मा गांधी द्वारा लिखी गई पहली पुस्तक का नाम हिंद स्वराज था। इस किताब को गांधी जी ने अपनी एक समुद्र यात्रा के दौरान लिखा था।
इंडिया आफ्टर गांधी पुस्तक के लेखक रामचंद्र गुहा है।
महात्मा गांधी गोपाल कृष्ण गोखले को अपना राजनीतिक गुरु मानते थे।
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