Gajanan Mein Kaun Sa Samas Hai

गजानन कौन सा समास है? (Gajanan Mein Kaun Sa Samas Hai) और जानिए इसका समास विग्रह है?

Gajanan Mein Kaun Sa Samas Hai : स्कूल से लेकर प्रतियोगी परीक्षाओं तक समास एक अहम हिस्सा है। समास अलग-अलग प्रकार के होते हैं। समास दो शब्दों या पदों (पूर्वपद तथा उत्तरपद) के मेल से बने तीसरे नए शब्द या पद समास या समस्त पद कहलाते हैं तथा वह प्रक्रिया जिसके द्वारा ‘समस्त पद’ बनता है। आज हम आपको गजानन में कौनसा समास है? (Gajanan Mein Kaun Sa Samas Hai ) और इसका समास विग्रह क्‍या होता है के बारे में बताएंगे। 

समास क्या है? (Samas kya hai)

समास दो या दो से अधिक शब्दों से मिलकर बने एक सार्थक शब्द को कहते हैं । जब समस्त-पदों को अलग-अलग किया जाता है, तो इस प्रक्रिया को समास-विग्रह कहते हैं।

गजानन में कौनसा समास है? (Gajanan Mein Kaun sa Samas Hai)

गजानन में बहुव्रीहि समास होता है। बहुव्रीहि समास जिस समास में कोई पद प्रधान न हो और दोनों शब्द मिलकर विशेष अर्थ प्रकट करते हैं। उसे बहुव्रीहि समास कहते हैं। इसमें दोनों पदों में विशेषण-विशेष्य का संबंध नहीं होता है।

गजानन शब्द का समास विग्रह?

गजानन का समास विग्रह है “गज के समान आनन (मुख) है जिसका, अर्थात भगवान गणेश” और यह बहुव्रीहि समास का उदाहरण है क्योंकि यह दोनों पदों (गज + आनन) से अलग, किसी तीसरे अर्थ (गणेश) को बताता है, जो कि ‘हाथी के मुख वाला’ है।

बहुव्रीहि समास के उदाहरण

बहुव्रीहि समास के उदाहरण निम्‍न प्रकार हैं–

समस्तपदसमास-विग्रह
दुरात्मादुष्ट (बुरी आत्मा वाला)
श्वेतांबरश्वेत है जिसके अंबर (वस्त्र) अर्थात् (सरस्वती जी)
लंबोदरलंबा है उदर (पेट) जिसका अर्थात् (गणेशजी)
दशानन         दश है आनन (मुख) जिसके अर्थात् (रावण)
सुलोचनासुंदर है लोचन जिसके अर्थात् (मेघनाद की पत्नी)
नीलकंठनीला है कंठ जिसका अर्थात् (शिव)
पीतांबरपीला है अम्बर (वस्त्र) जिसका अर्थात् (श्रीकृष्ण)
निशाचर निशा में विचरण करने वाला अर्थात् (राक्षस)

समास के कितने भेद हैं?

समास के 6 भेद होते है, जो निम्‍न प्रकार के हैं- 

  • अव्ययीभाव समास (Avyay Bhav Samas)
  • तत्पुरुष समास  (Tatpurush Samas) 
  • द्विगु समास (Digu Samas)
  • द्वन्द्व समास (Dwand Samas)
  • कर्मधारय समास (Karm Dharay Samas)
  • बहुव्रीहि समास (Bahuvrihi Samas)

FAQs

नवरात्र शब्द में समास क्या है?

नवरात्र में द्विगु समास है। 

दिवारात्रि में कौन सा समास है?

दिवारात्रि में कर्मधारय समास है।

पार्वती में कौन सा समास है?

पार्वती शब्द में द्वंद्व समास है। 

शिव शंकर में कौन सा समास है?

शिव शंकर में कर्मधारय समास है।

संबंधित अर्टि‍कल

चौराहा में कौन सा समास है? (Choraha Mein Kaun Sa Samas Hai?)करुणापूर्ण में कौन सा समास है? (Karunapurn Mein Kaun Sa Samas Hai?)
राजद्रोही में कौन सा समास है? (Rajdrohi Mein Kaun Sa Samas Hai?)मूर्तिकार में कौन सा समास है? (Murtikar Mein Kaun Sa Samas Hai?)
बैलगाड़ी में कौन सा समास है? (Bailgadi Mein Kaun Sa Samas Hai?)सप्ताह में कौन सा समास है? (Saptah Mein Kaun Sa Samas Hai?)
त्रिफला में कौनसा समास है? (Triphala Mein Kaun sa Samas Hai)नवरात्र में कौनसा समास है? (Navratri Mein Kaun sa Samas Hai)

उम्मीद है आप सभी पाठकों को गजानन कौन सा समास है? (Gajanan Mein Kaun Sa Samas Hai) से संबंधित जानकारी मिल गई होगी। ऐसे ही और अधिक समास के ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Shikshatak.com पर विजिट करें।

Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    four × two =